भगवान निराकार है और साकार भी, फिर भी इन दोनों अवस्थाओं से परे जो है, वह भी है केवल वे ही खुद जानते हैं, कि वह क्या है | Swami Paramhans
जब कोई विचार अनन्य रूप से मस्तिष्क पर अधिकार कर लेता है तब वह वास्तविक भौतिक या मानसिक अवस्था में परिवर्तित हो जाता है.